सतर्क रहिए!
आप किसे अपना अगुवा चुनेंगे?—इस बारे में पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?
लोग किसे अपना नेता चुनेंगे, इस बारे में वे कुछ अहम फैसले कर रहे हैं।
इस बारे में पवित्र शास्त्र बाइबल में क्या लिखा है?
इंसानी नेताओं की सीमाएँ हैं
बाइबल में एक ऐसी सीमा के बारे में बताया गया है जो हर इंसानी नेता में होती है।
“बड़े-बड़े अधिकारियों पर भरोसा मत रखना, न ही किसी और इंसान पर, जो उद्धार नहीं दिला सकता। उसकी भी साँस निकल जाती है और वह मिट्टी में मिल जाता है, उसी दिन उसके सारे विचार मिट जाते हैं।”—भजन 146:3, 4, फुटनोट।
एक नेता चाहे कितना भी काबिल क्यों न हो, उसे भी एक-न-एक दिन मरना होता है। और इसकी भी कोई गारंटी नहीं कि अगला नेता वही अच्छे काम करेगा जो उसने किए थे।—सभोपदेशक 2:18, 19.
सच तो यह है कि इंसान को इंसान पर शासन करने के लिए बनाया ही नहीं गया था। यह बात बाइबल में साफ-साफ लिखी है।
‘इंसान को यह अधिकार नहीं कि वह अपने कदमों को राह दिखाए।’—यिर्मयाह 10:23.
तो फिर, क्या ऐसा कोई है जो हमारे लिए एक अच्छा नेता या अगुवा साबित हो सकता है?
एक ऐसा अगुवा जिसे खुद परमेश्वर ने चुना है
बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर ने हमारे लिए एक ऐसा अगुवा चुना है जो सबसे ज़्यादा काबिल है और जिस पर हम पूरा भरोसा कर सकते हैं। वह अगुवा यीशु मसीह है। (भजन 2:6) यीशु एक ऐसी सरकार का अगुवा है जो स्वर्ग से शासन करती है। इस सरकार को परमेश्वर का राज कहा गया है।—मत्ती 6:10.
क्या आप यीशु को अपना अगुवा चुनेंगे? बाइबल में बताया गया है कि इस सवाल पर ध्यान देना क्यों बहुत ज़रूरी है।
“बेटे [यानी यीशु मसीह] का सम्मान करो, वरना परमेश्वर का क्रोध भड़क उठेगा और तुम ज़िंदगी की राह से मिट जाओगे, क्योंकि उसका गुस्सा कभी-भी भड़क सकता है। सुखी हैं वे सब जो परमेश्वर की पनाह लेते हैं।”—भजन 2:12.
फैसला करने का यही वक्त है! आज तो धरती पर इंसानी सरकारों का राज है लेकिन बहुत जल्द परमेश्वर का राज शुरू होगा। बाइबल की भविष्यवाणियों से पता चलता है कि यीशु स्वर्ग में 1914 से हुकूमत कर रहा है और जल्द ही सारी धरती पर हुकूमत करेगा।—दानियेल 2:44.
आप यीशु का साथ कैसे दे सकते हैं? इस बारे में और जानने के लिए यह लेख पढ़ें, “अभी से परमेश्वर के राज का समर्थन कीजिए!”