क्या सही, क्या गलत: आप किसकी सुनेंगे?
सही-गलत के बारे में हम जो फैसले करते हैं, उनसे तय होता है कि हमारी ज़िंदगी कैसी होगी। या तो हमारी ज़िंदगी बन जाएगी या बिगड़ जाएगी। परमेश्वर यहोवा यह बात अच्छी तरह जानता है। इसलिए वह चाहता है कि फैसले करते वक्त हम उसकी सलाह मानें।
यहोवा चाहता है कि हम खुश रहें और हमारी ज़िंदगी में शांति और सुकून हो।
“मैं ही तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे तेरे भले के लिए सिखाता हूँ और जिस राह पर तुझे चलना चाहिए उसी पर ले चलता हूँ। मेरी आज्ञाओं को ध्यान से सुन, उन्हें मान! तब तेरी शांति नदी के समान और तेरी नेकी समुंदर की लहरों के समान होगी।”—यशायाह 48:17, 18.
परमेश्वर ने हमें बनाया है, इसलिए वह अच्छी तरह जानता है कि हमें कैसी ज़िंदगी जीनी चाहिए। वह चाहता है कि फैसले करते वक्त हम उसकी सुनें, क्योंकि इससे हमारा भला होगा। जब हम उसकी सलाह मानेंगे, तो हमें यह चिंता नहीं होगी कि आगे क्या होगा। यहोवा की सुनकर हम हमेशा अच्छे फैसले कर पाएँगे। तब हम खुश रहेंगे और हमारी ज़िंदगी में शांति और सुकून होगा।
यहोवा हमसे कुछ ऐसा करने के लिए नहीं कहता जो हमारे बस के बाहर हो।
“आज मैं तुम्हें जो आज्ञाएँ सुना रहा हूँ उन्हें समझना या उन पर चलना तुम्हारे लिए ज़्यादा मुश्किल नहीं है।”—व्यवस्थाविवरण 30:11.
यहोवा उन सबकी मदद करता है, जो सही-गलत के बारे में उसकी सलाह मानते हैं।
“मैं तेरा परमेश्वर यहोवा, तेरा दायाँ हाथ थामे हुए हूँ, मैं तुझसे कहता हूँ, ‘मत डर, मैं तेरी मदद करूँगा।’”—यशायाह 41:13.
हम सही-गलत के बारे में परमेश्वर की सलाह मान सकते हैं, क्योंकि उसने वादा किया है कि वह हमारी मदद करेगा। यहोवा अपने वचन बाइबल के ज़रिए ऐसा करता है। इसके ज़रिए वह हमें सही काम करने की हिम्मत देता है और एक अच्छे कल की आशा भी।
पूरी दुनिया में लाखों लोगों का अनुभव रहा है कि बाइबल की सलाह मानने से उनकी ज़िंदगी पहले से कहीं अच्छी हो गयी है। बाइबल में कई अलग-अलग विषयों के बारे में सलाह दी गया है। क्यों ना आप भी इस बारे में जानें? आप चाहे तो jw.org पर दिया ब्रोशर खुशी से जीएँ हमेशा के लिए! पढ़कर देख सकते हैं। यह बिलकुल मुफ्त है। इसमें इन विषयों के बारे में जानकारी दी गयी है:
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खुश कैसे रहें—आज और हमेशा के लिए?
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एक अच्छी ज़िंदगी, परमेश्वर का वादा
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क्या आप बाइबल पर यकीन कर सकते हैं?
जैसे-जैसे आप परमेश्वर के वचन बाइबल को जानेंगे, आप देख पाएँगे कि इसमें दी सलाह आज भी बड़े काम की है, यह पुरानी नहीं पड़ी। इसमें दी सलाह “हमेशा भरोसेमंद” साबित हुई है, ‘आज भी है और सदा तक भरोसेमंद रहेगी।’ (भजन 111:8) सही-गलत के बारे में बाइबल की सलाह मानना ज़िंदगी जीने का सबसे बढ़िया तरीका है। लेकिन यह सलाह मानना है या नहीं, यह हमारे हाथ में है। परमेश्वर हमसे ज़ोर-ज़बरदस्ती नहीं करता।—व्यवस्थाविवरण 30:19, 20; यहोशू 24:15.