क7-ख
यीशु की ज़िंदगी की खास घटनाएँ—यीशु की सेवा की शुरूआत
वक्त |
जगह |
घटना |
मत्ती |
मरकुस |
लूका |
यूहन्ना |
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29, पतझड़ |
शायद यरदन नदी पर या यरदन के पार बैतनियाह के पास |
यीशु का बपतिस्मा और अभिषेक; यहोवा ने ऐलान किया कि यीशु उसका बेटा है और उसे मंज़ूर किया |
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यहूदिया का वीराना |
शैतान उसे फुसलाने की कोशिश करता है |
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यरदन के पार बैतनियाह |
यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला यीशु को परमेश्वर का मेम्ना कहता है; यीशु के शुरूआती चेले उसके साथ हो लेते हैं |
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गलील का कसबा काना; कफरनहूम |
शादी में पहला चमत्कार, पानी को दाख-मदिरा बनाता है; कफरनहूम जाता है |
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30, फसह का त्योहार |
यरूशलेम |
मंदिर को शुद्ध करता है |
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नीकुदेमुस से बात करता है |
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यहूदिया; एनोन |
यहूदिया के देहात में जाता है, उसके चेले बपतिस्मा देते हैं; यूहन्ना, यीशु के बारे में आखिरी गवाही देता है |
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तिबिरियास; यहूदिया |
यूहन्ना कैद में; यीशु गलील के लिए रवाना होता है |
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सामरिया का सूखार |
गलील जाते वक्त, रास्ते में सामरियों को सिखाता है |