दिखाएँ बाइबल की किताबें उत्पत्ति निर्गमन लैव्यव्यवस्था गिनती व्यवस्थाविवरण यहोशू न्यायियों रूत 1 शमूएल 2 शमूएल 1 राजा 2 राजा 1 इतिहास 2 इतिहास एज्रा नहेमायाह एस्तेर अय्यूब भजन नीतिवचन सभोपदेशक श्रेष्ठगीत यशायाह यिर्मयाह विलापगीत यहेजकेल दानियेल होशे योएल आमोस ओबद्याह योना मीका नहूम हबक्कूक सपन्याह हाग्गै जकरयाह मलाकी मत्ती मरकुस लूका यूहन्ना प्रेषितों रोमियों 1 कुरिंथियों 2 कुरिंथियों गलातियों इफिसियों फिलिप्पियों कुलुस्सियों 1 थिस्सलुनीकियों 2 थिस्सलुनीकियों 1 तीमुथियुस 2 तीमुथियुस तीतुस फिलेमोन इब्रानियों याकूब 1 पतरस 2 पतरस 1 यूहन्ना 2 यूहन्ना 3 यूहन्ना यहूदा प्रकाशितवाक्य अध्याय 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 सभोपदेशक की किताब अध्याय 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 सारांश 1 सबकुछ व्यर्थ है (1-11) पृथ्वी हमेशा कायम रहती है (4) प्राकृतिक चक्र चलते रहते हैं (5-7) दुनिया में कुछ भी नया नहीं होता (9) इंसान की बुद्धि सीमित है (12-18) हवा को पकड़ने जैसा है (14) 2 सुलैमान के कामों पर एक नज़र (1-11) इंसान की बुद्धि की एक सीमा है (12-16) कड़ी मेहनत व्यर्थ होती है (17-23) खाओ-पीओ और मेहनत करो (24-26) 3 हर चीज़ का एक समय होता है (1-8) खुशहाल ज़िंदगी परमेश्वर की देन (9-15) इंसान में हमेशा तक जीने का विचार (11) परमेश्वर सच्चाई से न्याय करता है (16, 17) आखिर में इंसान और जानवर, दोनों मर जाते हैं (18-22) सब मिट्टी में मिल जाते हैं (20) 4 ज़ुल्म मौत से बदतर है (1-3) काम के बारे में सही नज़रिया (4-6) दोस्त की अहमियत (7-12) एक से भले दो (9) शासक की ज़िंदगी भी व्यर्थ है (13-16) 5 परमेश्वर का डर मानकर उसके पास जा (1-7) निचले अधिकारियों पर ऊँचे अधिकारी की नज़र (8, 9) धन-दौलत व्यर्थ है (10-20) पैसों से प्यार करनेवाले का मन नहीं भरता (10) मज़दूर को मीठी नींद आती है (12) 6 अपनी चीज़ों का मज़ा नहीं ले पाता (1-6) तेरे पास जो है उसका मज़ा ले (7-12) 7 अच्छा नाम और मौत का दिन (1-4) बुद्धिमान की फटकार (5-7) शुरूआत से अंत अच्छा (8-10) बुद्धि के फायदे (11, 12) अच्छे और बुरे दिन (13-15) हद-से-ज़्यादा कुछ मत कर (16-22) उपदेशक नतीजे पर पहुँचता है (23-29) 8 पापी इंसानों का राज (1-17) राजा का हुक्म मान (2-4) इंसान हुक्म चलाकर दुख लाया है (9) जब सज़ा जल्दी नहीं मिलती (11) खाओ-पीओ और खुशियाँ मनाओ (15) 9 सबका एक ही अंजाम होता है (1-3) जब तक ज़िंदगी है, उसका मज़ा लो (4-12) मरे हुए कुछ नहीं जानते (5) कब्र में कोई काम नहीं (10) मुसीबत की घड़ी और हादसा (11) हमेशा बुद्धि की कदर नहीं की जाती (13-18) 10 ज़रा-सी बेवकूफी से समझदार का नाम खराब (1) काम न जानना खतरनाक है (2-11) मूर्ख की दुर्दशा (12-15) शासकों की मूर्खता (16-20) कोई चिड़िया तेरी बात दोहरा दे (20) 11 मौके का फायदा उठा (1-8) अपनी रोटी नदी में डाल दे (1) सुबह से शाम तक बीज बो (6) जवानी का मज़ा सही तरीके से ले (9, 10) 12 बुढ़ापे से पहले सृष्टिकर्ता को याद रख (1-8) उपदेशक का निचोड़ (9-14) बुद्धि की बातें अंकुश की तरह हैं (11) सच्चे परमेश्वर का डर मान (13) पिछला अगला प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें सभोपदेशक—सारांश पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद सभोपदेशक—सारांश हिंदी सभोपदेशक—सारांश https://cms-imgp.jw-cdn.org/img/p/1001061100/univ/wpub/1001061100_univ_sqr_xl.jpg nwt सभोपदेशक पेज 1127-1128