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इतिहास की पहली किताब

अध्याय

सारांश

  • 1

    • आदम से अब्राहम तक (1-27)

    • अब्राहम के वंशज (28-37)

    • एदोमी, उनके राजा और शेख (38-54)

  • 2

    • इसराएल के 12 बेटे (1, 2)

    • यहूदा के वंशज (3-55)

  • 3

    • दाविद के वंशज (1-9)

    • दाविद का राज-वंश (10-24)

  • 4

    • यहूदा के दूसरे वंशज (1-23)

      • याबेस और उसकी प्रार्थना (9, 10)

    • शिमोन के वंशज (24-43)

  • 5

    • रूबेन के वंशज (1-10)

    • गाद के वंशज (11-17)

    • हगरी लोगों पर जीत (18-22)

    • मनश्‍शे का आधा गोत्र (23-26)

  • 6

    • लेवी के वंशज (1-30)

    • मंदिर के गायक (31-47)

    • हारून के वंशज (48-53)

    • लेवियों की बस्तियाँ (54-81)

  • 7

    • इस्साकार के वंशज (1-5), बिन्यामीन के वंशज (6-12), नप्ताली के वंशज (13), मनश्‍शे के वंशज (14-19), एप्रैम के वंशज (20-29) और आशेर के वंशज (30-40)

  • 8

    • बिन्यामीन के वंशज (1-40)

      • शाऊल की वंशावली (33-40)

  • 9

    • बँधुआई से लौटने के बाद की वंशावली (1-34)

    • शाऊल की वंशावली दोहरायी गयी (35-44)

  • 10

    • शाऊल और उसके बेटों की मौत (1-14)

  • 11

    • दाविद का अभिषेक (1-3)

    • सिय्योन पर दाविद का कब्ज़ा (4-9)

    • दाविद के वीर योद्धा (10-47)

  • 12

    • दाविद के राज का साथ देनेवाले (1-40)

  • 13

    • संदूक किरयत-यारीम से लाया गया (1-14)

      • उज्जाह की मौत (9, 10)

  • 14

    • दाविद का राज कायम हुआ (1, 2)

    • दाविद का परिवार (3-7)

    • पलिश्‍तियों की हार (8-17)

  • 15

    • लेवी संदूक ढोकर यरूशलेम लाए (1-29)

      • मीकल ने दाविद को तुच्छ समझा (29)

  • 16

    • संदूक एक तंबू में रखा गया (1-6)

    • दाविद का धन्यवाद का गीत (7-36)

      • “यहोवा राजा बना है!” (31)

    • संदूक के सामने सेवा (37-43)

  • 17

    • दाविद मंदिर नहीं बनाएगा (1-6)

    • दाविद से राज का करार (7-15)

    • उसकी धन्यवाद की प्रार्थना (16-27)

  • 18

    • दाविद की जीत (1-13)

    • उसका प्रशासन (14-17)

  • 19

    • अम्मोनियों ने दूतों का अपमान किया (1-5)

    • अम्मोन और सीरिया पर जीत (6-19)

  • 20

    • रब्बाह पर कब्ज़ा (1-3)

    • ऊँची कद-काठीवाले पलिश्‍ती मारे गए (4-8)

  • 21

    • दाविद ने गिनती लेकर आज्ञा तोड़ी (1-6)

    • यहोवा से सज़ा मिली (7-17)

    • दाविद ने वेदी बनायी (18-30)

  • 22

    • मंदिर की तैयारियाँ (1-5)

    • सुलैमान को हिदायतें (6-16)

    • हाकिमों को आज्ञा (17-19)

  • 23

    • दाविद ने लेवियों को संगठित किया (1-32)

      • हारून और बेटे अलग किए गए (13)

  • 24

    • याजकों के 24 दल (1-19)

    • बाकी लेवियों के काम (20-31)

  • 25

    • भवन के लिए संगीतकार और गायक (1-31)

  • 26

    • पहरेदारों के दल (1-19)

    • खज़ानची और दूसरे अधिकारी (20-32)

  • 27

    • राजा की सेवा में अधिकारी (1-34)

  • 28

    • दाविद का भाषण (1-8)

    • सुलैमान को हिदायतें; मंदिर का नमूना (9-21)

  • 29

    • मंदिर बनाने के लिए दान (1-9)

    • दाविद की प्रार्थना (10-19)

    • लोग खुश; सुलैमान का राज (20-25)

    • दाविद की मौत (26-30)