सवाल 17
बाइबल आपके परिवार की कैसे मदद कर सकती है?
पति/पिता
“इसी तरह पतियों को चाहिए कि वे अपनी-अपनी पत्नी से ऐसे प्यार करें जैसे अपने शरीर से। जो अपनी पत्नी से प्यार करता है, वह खुद से प्यार करता है। इसलिए कि कोई भी आदमी अपने शरीर से कभी नफरत नहीं करता, बल्कि वह उसे खिलाता-पिलाता है और अनमोल समझता है . . . तुममें से हरेक अपनी पत्नी से वैसा ही प्यार करे जैसा वह अपने आप से करता है।”
“हे पिताओ, अपने बच्चों को चिढ़ मत दिलाओ बल्कि यहोवा की मरज़ी के मुताबिक उन्हें सिखाते और समझाते हुए उनकी परवरिश करो।”
पत्नी
‘पत्नी अपने पति का गहरा आदर करे।’
“हे पत्नियो, अपने-अपने पति के अधीन रहो, जैसा प्रभु के चेलों को शोभा देता है।”
बच्चे
“बच्चो, प्रभु में अपने माता-पिता का कहना माननेवाले बनो क्योंकि यह परमेश्वर की नज़र में सही है। ‘अपने पिता और अपनी माँ का आदर करना,’ यह पहली आज्ञा है जिसके साथ यह वादा भी किया गया है: ‘ताकि तेरा भला हो और तू धरती पर लंबी उम्र जीए।’”
“बच्चो, हर बात में अपने माता-पिता का कहना माननेवाले बनो क्योंकि प्रभु इससे खुश होता है।”