सवाल 12
मरे हुओं के बारे में हम क्या आशा रख सकते हैं?
“इस बात पर हैरान मत हो क्योंकि वह वक्त आ रहा है जब वे सभी, जो स्मारक कब्रों में हैं उसकी आवाज़ सुनेंगे और ज़िंदा हो जाएँगे।”
“अच्छे और बुरे, दोनों तरह के लोगों को मरे हुओं में से ज़िंदा किया जाएगा।”
“मैंने मरे हुओं को यानी छोटे-बड़े सबको राजगद्दी के सामने खड़े देखा और किताबें खोली गयीं। फिर एक और किताब खोली गयी जो जीवन की किताब है। उन किताबों में लिखी बातों के मुताबिक, मरे हुओं का उनके कामों के हिसाब से न्याय किया गया। और समुंदर ने उन मरे हुओं को जो उसमें थे, दे दिया और मौत और कब्र ने उन मरे हुओं को जो उनमें थे, दे दिया और उनमें से हरेक का उसके कामों के हिसाब से न्याय किया गया।”