6-12 जनवरी
भजन 127-134
गीत 134 और प्रार्थना | सभा की एक झलक (1 मि.)
1. माता-पिताओ, अपनी अनमोल विरासत की देखभाल करते रहिए
(10 मि.)
माता-पिता भरोसा रख सकते हैं कि परिवार की ज़रूरतें पूरी करने में यहोवा उनकी मदद ज़रूर करेगा (भज 127:1, 2)
बच्चे, यहोवा से मिली अनमोल विरासत हैं (भज 127:3; प्र21.08 पेज 5 पै 9)
हर बच्चा अलग होता है, इसलिए उसकी ज़रूरत के हिसाब से उसे सिखाइए (भज 127:4; प्र19.12 पेज 26-27 पै 20)
2. ढूँढ़ें अनमोल रत्न
(10 मि.)
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भज 128:3—भजन के लिखनेवाले ने ऐसा क्यों कहा कि बेटे, जैतून के अंकुर जैसे हैं? (इंसाइट-1 पेज 543)
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इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय हैं, उनमें आपको क्या-क्या रत्न मिले?
3. पढ़ने के लिए आयतें
(4 मि.) भज 132:1-18 (जी-जान गुण 2)
4. बातचीत शुरू करना
(3 मि.) मौका ढूँढ़कर गवाही देना। (प्यार पाठ 1 मुद्दा 3)
5. बातचीत शुरू करना
(4 मि.) मौका ढूँढ़कर गवाही देना। सामनेवाला कुछ ऐसा कहता है, जो बाइबल की शिक्षाओं से अलग है। (प्यार पाठ 5 मुद्दा 4)
6. बाइबल अध्ययन चलाना
(5 मि.) खुशी पाठ 16 मुद्दा 4-5. अपने विद्यार्थी से बात कीजिए कि जब आप नहीं रहेंगे, तो उसका अध्ययन कैसे होगा। (प्यार पाठ 10 मुद्दा 4)
गीत 13
7. माता-पिताओ, क्या आप सिखाने का सबसे बढ़िया तरीका इस्तेमाल करते हैं?
(15 मि.) चर्चा।
यहोवा के संगठन ने ऐसे बहुत-से लेख, किताबें-पत्रिकाएँ और वीडियो तैयार किए हैं, जिनके ज़रिए माता-पिता अपने बच्चों को यहोवा के बारे में सिखा सकते हैं। लेकिन बच्चों को सिखाने का सबसे बढ़िया तरीका है, उनकी खुद की अच्छी मिसाल से।—व्य 6:5-9.
यीशु ने भी अपने चेलों को सिखाने के लिए यही सबसे बढ़िया तरीका अपनाया।
यूहन्ना 13:13-15 पढ़िए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:
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आपको क्यों लगता है कि यीशु ने जिस तरह अपनी मिसाल से सिखाया वह असरदार था?
माता-पिताओ, बोलने से ज़्यादा अगर आप करके दिखाएँगे, तो इससे बच्चे ज़्यादा सीखेंगे। आपकी अच्छी मिसाल देखकर बच्चे आपकी सुनेंगे और आपकी बात भी मानेंगे।
अपने बच्चों के लिए अच्छी मिसाल रखें वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:
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भाई और बहन गार्सिया ने अपनी बेटियों को कौन-सी अहम बातें सिखायीं?
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इस वीडियो से आपने अपने बच्चों के लिए एक अच्छी मिसाल बनाए रखने के बारे में क्या सीखा?
8. मंडली का बाइबल अध्ययन
(30 मि.) गवाही दो अध्या. 20 पै 13-20